उर्दू सिर्फ एक जुबान नहीं,ये एक सलीका है ये एक मुहब्बत है, ये एक तहजीब है ये एक पहचान है साऊथ एशिया की। जिस पहचान को, मुहब्बत को, अदब और सलीके को मीर ताकी मीर, मिर्ज़ा ग़लिब, मीर अनीस जैसे महान शायरों ने दुनिया भर से रूबरू करवाया और प्यार और मुहब्बत का संदेश दुनिया भर में पहुंचाया अपनी ग़ज़लों के माध्यम से। आज हम उन तमाम शायरों के बारे में पड़ेंगे, जिन्होंने अपनी तमाम जिदंगी सिर्फ ग़ज़लों और शायरी से मुहब्बत करके, लोगों में गज़ल और शायरी जैसी महान कला को जिंदा रखा ।
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